Chandrapur News: जनवरी 28 को क्षेत्रीय कर्मचारियों ने कमरे नंबर पर गश्त के दौरान एक वन्यजीव बाघ (पुरुष) मृत पाया । चंद्रपुर वन विभाग के अंतर्गत भद्रावती क्षेत्र के 210 विभागीय वन अधिकारी एस. इस घटना की जानकारी. वी. जगताप को मिलते ही मौके पर जाकर क्षेत्रीय कर्मचारियों का निरीक्षण किया तो मृत शेर सड़ा हुआ और शब्बूट अवस्था में पाया गया ।
मृत बाघ की लाश को डॉ रविकांत खोब्रागडे, पशु चिकित्सा अधिकारी (वन्यजीव), ताडोबा अंधारी टाइगर परियोजना, चंद्रपुर, डॉ. ई. डी. शेडमेक, पशुधन विकास अधिकारी, भद्रावती और डॉ. राहुल सी. शेंड्रे, पशुधन विकास अधिकारी, वरोरा द्वारा एन. आर. प्रवीण, मुख्य वन संरक्षक, चंद्रपुर वन, चंद्रपुर, श्री बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के सदस्य, श्री मुकेश भंडक्कर, अपर मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) के प्रतिनिधि, एस. वी. जगताप, अनुभागीय वन अधिकारी, चंद्रपुर, श्री एस. एल. लखमावाद, सहायक वन रक्षक (तेंदु), चंद्रपुर वन विभाग, चंद्रपुर और श्री एम. पी. राठौड़, वन क्षेत्र अधिकारी (प्रो.) मानक संचालन प्रक्रिया निर्देशों के द्वारा भद्रावती को जलाया गया ।
मृत बाघ का एक दांत टूटी हुई अवस्था में और तीन दांत मूंछ और नाखून जर्जर अवस्था में पाए गए । शव की रिपोर्ट अक्षम है और बाघ की मौत बुढ़ापे में स्वाभाविककरण का प्राथमिक अनुमान है, चंद्रपुर वानिकी अधिकारी एस. वी. जगताप ने सूचित किया है ।